Shukratal (Muzaffarnagar) ||Ganga Snan || Akshayavat || dailyvlog || india
#shukratal #vatvraksh #gangasnan #banyantree #shukhdev #parikshit
About this place:
The Famous festivals of Shukratal are the Ganga Snan held on Kartik Poornima, Sharad Chaturthi and GangaDussehra.
Akshayavat is a huge banyan tree which stands on a hillock. According to the Hindu beliefs this is tree under which Sage Shukdev narrated Shrimad Bhagwat Katha to king Parikshit. The most intriguing fact about this tree which makes it unique is that it does not sheds its leaves ever.
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Sukartal ki yatra | शुक्रताल की यात्रा//yatra news
Sukartal ki yatra | शुक्रताल की यात्रा//yatra news
SUKARTAL //शुक्रताल// YATRA NEWS// यात्रा न्यूज़
दोस्तों नमस्कार
आज हम आपको शुक्रताल के दर्शन कराने वाले हैं पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में स्थित है शुक्रताल गंगा तट के किनारे बसा है पौराणिक स्थल पश्चिमी उत्तर प्रदेश का एक विख्यात आस्था का केंद्र है प्रत्येक वर्ष कार्तिक पूर्णिमा पर यहां बड़ा मेला आयोजित होता है जिसमें लाखों की संख्या में लोग गंगा स्नान करने आते हैं शुक्रताल में जिस स्थान पर सुखदेव जी ने राजा परीक्षित को कथा सुनाई थी वह अक्षय वट आज भी यहां पर उपस्थित है अद्भुत रूप से फैली है जट्ट आए श्रद्धालु लोग पूछते हैं उससे उनकी मोक्ष की अपेक्षा में समय-समय पर आयोजित होने वाली भागवत कथाओं में शामिल होते हैं पूरा परिषद एक तीर्थ के रूप में जाना जाता है जहां अन्य प्राचीन मंदिर धर्मशाला ए समागम स्थल स्थापित है उसमें नदी का प्रवाह निकट ही था परंतु वर्तमान में इसने अपना रास्ता बदल लिया है और नदीमार से काफी दूर हो गई है मंदिर में जाने के लिए काफी सीढ़ियां चढ़कर ऊपर जाना होता है 5000 वर्ष पूर्व संत सुखदेव जी ने राजा परीक्षित को जीवन मृत्यु के मुक्त होकर मोक्ष की प्राप्ति का ज्ञान दिया था महाभारत में अभिमन्यु की पत्नी उत्तरा के गर्भ को नष्ट करने के लिए उठाने ब्रह्मास्त्र छोड़ा भगवान श्री कृष्ण ने सुदर्शन चक्र से उसके गर्भ की रक्षा की उत्तरा के गर्भ में जो चल रहा था वह राजा परीक्षित जो आगे चलकर राजा परीक्षित के रूप में विख्यात हुआ गर्भावस्था में ही प्रभु के दर्शन का सौभाग्य मात्र को ही बताया जाता है एक जंगल में शिकार खेलने गए शिकार की तलाश में घूमते घूमते हो गए पानी की तलाश करते करते हुए मुनि के आश्रम में पहुंचे जहां पर मुनि समाधि में थे राजा ने उसे पाने की परंतु कोई उत्तर न मिलने पर राजा ने एक मरे हुए सांप के गले में डाल दिया परंतु इस बात का पता लगा तो उन्होंने गुस्से में राजा को शाप दे दिया कि मेरे पिता के गले में मरा हुआ सांप डाला है और सातवें दिन सांप के काटने से उसकी मृत्यु हो जाएगी जोर जोर से रोने लगे रोने की आवाज सुनकर पूरी घटना से अवगत हुए पूर्वक कहा कि हमारे देश का राजा है राजा के पास होता है राजा केबल का दुरुपयोग कर सकता है परंतु साधना कब होता है और साधना के बल का दुरुपयोग नहीं करना चाहता तुम्हें साफ नहीं देना चाहिए था राजा परीक्षित शराब के बारे में पता लगा तब उन्हें अपनी गलती का आभास हुआ अपने पुत्र को राजपाट हस्तिनापुर से शुक्रताल वटवृक्ष के नीचे बैठकर श्री कृष्ण भगवान का ध्यान करने लगे तेजस्वी सुखदेव जी प्रकट हुए जी भगवत कथा सुनने के अधिकारी 7 दिन होते हैं मरने की तैयारी करने लगे हैं इस बीच उन्हें व्यास जी उनकी मुक्ति के लिए श्रीमद भगवत कथा सुनाते हैं उन्हें बताते हैं कि मृत्यु ही संसार का एकमात्र सत्य है दिल्ली से हरिद्वार या देहरादून जाते समय लगभग 120 किलोमीटर पर आपको मुजफ्फरनगर बायपास से गुजरना होता है इस रूट पर मोर्ना बिजनौर की सड़क पर चलते हुए कुल 26 किलोमीटर की यात्रा में आप पहुंच सकते हैं यहां पहुंचने के लिए गूगल मैप्स के भरोसे मत रहिए क्योंकि यहां पर लॉकेट काम नहीं करता है और मुजफ्फरनगर बायपास से मात्र 35 मिनट में पहुंच सकते हैं सुखदेव जी मंदिर शिव मंदिर का निर्माण तुलसीराम जी के शिव मंदिर का निर्माण करा रहे थे गंगा मैया का मंदिर की ओर हो गया उस वक्त रोशन लाल जी ने गंगा मैया की पूजा अर्चना की रोशन लाल जी ने विनती सुनो शिव मंदिर का निर्माण कराया कि मानो गंगा मैया भगवान शिव से मिलने हनुमान जी की मूर्ति स्थापित होने का भी रिकॉर्ड है लगभग 65 फीट ऊंची है 1987 में स्थापित की गई हनुमान धाम परिसर में स्थित इस मूर्ति की एक विशेषता यह है
पवित्र स्थल शुकताल या शुक्रताल Holly place Suktal or Sukrtall Muzaffarnager Uttar Pradesh
29th November 2018
शुकताल या शुक्रताल। वह स्थान जहां पर भगवान शुकदेव ने 5000 हजार वर्ष पहले महराज परिक्षित को श्रीमद्भागवत का उपदेश दिया। आइऐ जानतें है उसी पवित्र स्थल के बारे में विस्तर से ।
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‘ऊँ जितेन्द्र सिंह तोमर’ अपने यात्रा संस्मरणों को एक सीरीज के रूप में आपके सामने ला रहें हैं। यह सीरीज आपको उस स्थान के बारे में जानने में सहायक होगी। मुझे आशा है कि आपको यह सीरीज पसंद आयेगी। यह हमारे यूटयूब चैनल की शुरूआत है। आपकी प्रतिक्रिया हमें हमारे चैनल को और अच्छा बनाने में सहयोग करेगी। कृपया हमारी गलतियों के लिए हमें क्रटीसाईज करना न भूलें। यदि आपके पास कोई प्रश्न हो तो आप हमसे पूछ सकते हैं। हम और हमारी टीम आपको संतुष्ट करने का प्रयास करेगी।
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OM JTIENDER SINGHT TOMAR
(Om Jitender Singh Tomar)
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108 Shrimad Bhagwat Katha || Day -5 || 07 - 14 June || Shukratal || Thakur Ji Maharaj
108 Shrimad Bhagwat Katha || Day -5 || 07 - 14 June 2019 || ShukTeerth, Shukratal (Uttar Pradesh ) || Shri Devkinandan Thakur Ji Maharaj
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आदि काल का अक्षय वट वृक्ष शुक्रताल मुजफ्फरनगर.
HEMANT
M: 9911236234
शुक्रताल में जिस स्थान पर शुक देव जी ने राजा को कथा सुनाई थी, वह अक्षय वट वृक्ष आज भी अपनी विशाल जटाओं को फैलाये खड़ा है. अद्भुत रूप से फैली यह जटाएं श्रद्धालु लोग पूजते हैं और स्वयं के मोक्ष की अपेक्षा में समय-समय पर आयोजित होने वाली भागवत कथाओं के आयोजन में सम्मिलित होते हैं. पूरा परिसर एक तीर्थ के रूप में जाना जाता है जहाँ अन्य प्राचीन मंदिर, धर्मशालायें, समागम स्थल स्थापित हैं. उस समय नदी का प्रवाह निकट ही था परन्तु वर्तमान में इसने अपना रास्ता बदल लिया है और नदी वहां से काफी दूर हो गई है. मंदिर में जाने के लिए काफी सीढ़ियां चढ़कर ऊपर जाना होता है.
ENJOYMENT GANGA RIVER GHAT - PICTURE OF SHUKRATAL (SHUKTEERTH)-PART-20
On the ghats, women worshiped religious songs and hymns and kept a pole on the head and offered special pooja to Sukh peace in the family. ... Dharmanagari is the district of Ganga Dussehra in Venus ... Shukdev Ashram, Hanuman Dham, Dandi Ashram, Ganesh Dham
ENJOYMENT GANGA RIVER GHAT - PICTURE OF SHUKRATAL (SHUKTEERTH)-PART-21
On the ghats, women worshiped religious songs and hymns and kept a pole on the head and offered special pooja to Sukh peace in the family. ... Dharmanagari is the district of Ganga Dussehra in Venus ... Shukdev Ashram, Hanuman Dham, Dandi Ashram, Ganesh Dham
ENJOYMENT GANGA RIVER GHAT - PICTURE OF SHUKRATAL (SHUKTEERTH)-PART-22
On the ghats, women worshiped religious songs and hymns and kept a pole on the head and offered special pooja to Sukh peace in the family. ... Dharmanagari is the district of Ganga Dussehra in Venus ... Shukdev Ashram, Hanuman Dham, Dandi Ashram, Ganesh Dham
Siaa blogger uploaded:janiye shukartal ki pavitra bhumi ka itihas: शुक्रताल की यात्रा..
कैसे हैं दोस्तों ||मेरे चैनल पर आपका स्वागत है|| महाभारत कालीन 5000 साल पुराना अक्षय वट वृक्ष शुक्रताल मुज़फ्फरनगर उत्तर प्रदेश में स्थित है ||आइए आप भी हमारे साथ इस पावन धाम के दर्शन कीजिए दोस्तों वीडियो को एंजॉय कीजिए ||और अगर आपको यह वीडियो पसंद आए तो प्लीज लाइक सब्सक्राइब शेयर जरूर कीजिए||
Shukartal(Muzaffarnagar) || main Ganga Vlog || Full Hawabaazi????
Shukartal Is A Holy Place 26 Km From Muzaffarnagar ( UP ). It is place of Temples nd place related to the time of Mahabharata. It is situated at bank of river Ganga . It is one of the most famous holy place in West up & or north india.
ENJOYMENT GANGA RIVER GHAT - PICTURE OF SHUKRATAL (SHUKTEERTH)-PART-16
On the ghats, women worshiped religious songs and hymns and kept a pole on the head and offered special pooja to Sukh peace in the family. ... Dharmanagari is the district of Ganga Dussehra in Venus ... Shukdev Ashram, Hanuman Dham, Dandi Ashram, Ganesh Dham
ENJOYMENT GANGA RIVER GHAT - PICTURE OF SHUKRATAL (SHUKTEERTH)-PART-24
On the ghats, women worshiped religious songs and hymns and kept a pole on the head and offered special pooja to Sukh peace in the family. ... Dharmanagari is the district of Ganga Dussehra in Venus ... Shukdev Ashram, Hanuman Dham, Dandi Ashram, Ganesh Dham
ENJOYMENT GANGA RIVER GHAT - PICTURE OF SHUKRATAL (SHUKTEERTH)-PART-17
On the ghats, women worshiped religious songs and hymns and kept a pole on the head and offered special pooja to Sukh peace in the family. ... Dharmanagari is the district of Ganga Dussehra in Venus ... Shukdev Ashram, Hanuman Dham, Dandi Ashram, Ganesh Dham
ENJOYMENT GANGA RIVER GHAT - PICTURE OF SHUKRATAL (SHUKTEERTH)-PART-25
On the ghats, women worshiped religious songs and hymns and kept a pole on the head and offered special pooja to Sukh peace in the family. ... Dharmanagari is the district of Ganga Dussehra in Venus ... Shukdev Ashram, Hanuman Dham, Dandi Ashram, Ganesh Dham
शुक्रताल गंगा स्नान !! SHUKARTAL GANGA SNAN !! SHUKARTAL IN MUZAFFARNAGAR !! SHUKARTAL GHAT !!
#Crazypoint
तीर्थ नगरी शुक्रताल उत्तर भारत की ऐतिहासिक पौराणिक तीर्थ नगरी रही है। यहां पर करीब छह हजार साल पहले महाभारत काल में हस्तिनापुर के तत्कालीन महाराज पांडव वंशज राजा परीक्षित को श्राप से मुक्ति दिलाकर मोक्ष प्रदान करने के लिए गंगा किनारे प्राचीन अक्षय वट के नीचे बैठकर 88 हजार ऋषि मुनियों के साथ श्री शुकदेव मुनि जी ने श्रीमदभागवत कथा सुनाई थी । यह वट वृद्ध आज भी भक्ति सागर से ओतप्रोत हरा-भरा अपनी विशाल बाहें फैलाए अडिग खड़ा अपनी मनोहारी छटा बिखेर रहा है। पौराणिक वट वृक्ष के बारे में मान्यता है कि पतझड़ के दौरान इसका एक भी पत्ता सूखकर जमीन पर नहीं गिरता अर्थात इसके पत्ते कभी सूखते नहीं है और इसका एक विशेष गुण यह भी है कि इस विशाल वृक्ष में कभी जटाएं उत्पन्न नहीं हुई। करीब छह हजार वर्ष की आयु वाला ये वट वृक्ष आज भी युवा है। इस वृक्ष से 200 मीटर दूरी पर एक कुंआ है, जिसे पांडवकालीन कहा जाता है। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि वट वृक्ष जैसी धरोहर के प्रचार-प्रसार को शासन स्तर पर गंभीरता का अभाव है।
ENJOYMENT GANGA RIVER GHAT - PICTURE OF SHUKRATAL (SHUKTEERTH)-PART-19
On the ghats, women worshiped religious songs and hymns and kept a pole on the head and offered special pooja to Sukh peace in the family. ... Dharmanagari is the district of Ganga Dussehra in Venus ... Shukdev Ashram, Hanuman Dham, Dandi Ashram, Ganesh Dham
#TIME LAPSE SHUKRATAL GANGA GHAT
शुक्रताल प्राचीन पवित्र तीर्थस्थल हॅ। यह मुजफ्फरनगर के समीप स्थित है। यहाँ संस्कृत महाविद्यालय हॅ। यह स्थान हिन्दुओं का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल माना जाता है। गंगा नदी के तट पर स्थित शुक्रताल जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। कहा जाता है कि इस जगह पर अभिमन्यु के पुत्र और अर्जुन के पौत्र राजा परीक्षित के पश्चात् केवल महर्षि सुखदेव जी ने भागवत गीता का वर्णन किया था। इसके समीप स्थित वट वृक्ष के नीचे एक मंदिर का निर्माण किया गया था। इस वृक्ष के नीचे बैठकर ही सुखदेव जी भागवत गीता के बारे में बताया करते थे। सुखदेव मंदिर के भीतर एक यज्ञशाला भी है। राजा परीक्षित महाराजा सुखदेव जी से भागवत गीता सुना करते थे। इसके अतिरिक्त यहां पर पर भगवान गणेश की 35 फीट ऊंची प्रतिमा भी स्थापित है। इसके साथ ही इस जगह पर अक्षय वट और भगवान हनुमान जी की 72 फीट ऊंची प्रतिमा बनी हुई है।
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Kartik purnima scene at ganga Shukratal(Mzn)India
On the occassion of ganga snan at thirathstahli Shukratal
शुक्रताल-हस्तिनापुर के राजा परीक्षित का शुक्रताल: मुज़फ्फरनगर, उत्तर प्रदेश
POST BY HEMANT
M:9911236234
शुक्रताल प्राचीन पवित्र तीर्थस्थल हॅ। यह मुजफ्फरनगर के समीप स्थित है। यहाँ संस्कृत महाविद्यालय हॅ। यह स्थान हिन्दुओं का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल माना जाता है। गंगा नदी के तट पर स्थित शुक्रताल जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। कहा जाता है कि इस जगह पर अभिमन्यु के पुत्र और अर्जुन के पौत्र राजा परीक्षित के पश्चात् केवल महर्षि सुखदेव जी ने भागवत गीता का वर्णन किया था। इसके समीप स्थित वट वृक्ष के नीचे एक मंदिर का निर्माण किया गया था। इस वृक्ष के नीचे बैठकर ही सुखदेव जी भागवत गीता के बारे में बताया करते थे। सुखदेव मंदिर के भीतर एक यज्ञशाला भी है। राजा परीक्षित महाराजा सुखदेव जी से भागवत गीता सुना करते थे। इसके अतिरिक्त यहां पर पर भगवान गणेश की 35 फीट ऊंची प्रतिमा भी स्थापित है। इसके साथ ही इस जगह पर अक्षय वट और भगवान हनुमान जी की 72 फीट ऊंची प्रतिमा बनी हुई है।
शुक तीर्थ दर्शन शुक्रताल मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश..shuktirth darshan shukartal Muzaffarnagar up best
यह स्थान मुजफ्फरनगर से 30 किलोमीटर दूर गंगा तट पर स्थित है यह वह स्थान है जहां राजा परीक्षित को महर्षी शुकदेव मुनि ने भागवत कथा का अमृत पान कराया था इस स्थान पर एक प्राचीन मंदिर है जो पांडव कालीन है यह वह मंदिर है जहां राजा परीक्षित के दादा सम्राट युधिष्ठिर ने माता पार्वती की आराधना की थी और उन्हें इसी स्थान पर अक्षय पात्र की प्राप्ति हुई थी इसी स्थान पर माता पितांबरा की 81 फुट ऊंची प्रतिमा भी है